Features of Indian Constitution
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भारतीय संविधान की विशेषताएँ
भारत के संविधान निर्माताओं ने इस देश की ऐतिहासिक सामाजिक धार्मिक तथा राजनीतिक परिस्थितियों को दृष्टिगत रखकर संविधान का निर्माण किया भारत के संविधान की अपनी विशेषताएं हैं जो हमसे विश्व के अन्य सुविधाओं से अलग करती है यदि इसमें विश्व के महत्वपूर्ण संविधान के सर्वश्रेष्ठ गुणों को समाहित किया गया है तथा भी इसमें भारतीय परिस्थितियों के अनुसार आवश्यक परिवर्तन के साथ ही अन्य सभी धानों के लक्षणों का समावेश भी किया गया भारत के संविधान निर्माता अंबेडकर ने कहा था कि भारतीय संविधान व्यवहारी के इस में परिवर्तन की क्षमता है और इसमें शांति काल में युद्ध काल में देश की एकता को बनाए रखने की भी सामर्थ्य भी हैं
- भारत का संविधान कैसा है — लिखित एंव विश्व का सबसे व्यापक संविधान
- भारतीय संविधन का स्वरूप होता है — संरचना में संघात्मक
- भारत में किस प्रकार का शासन व्यवस्था अपनाई गई है — ब्रिटिश संसदात्मक प्रणाली
- भारतीय संविधान का अभिभावक कौन है — सर्वोच्च न्यायालय
- भारत के संविधान में संघीय शब्द की जगह किन शब्दों को स्थान दिया गया है — राज्यों का संघ
- भारतीय संविधान में कितनी सूचियाँ हैं — 12
- भारतीय संविधान अपना अधिकार किससे प्राप्त करता है — भारतीय जनता से
- भारत में वैद्य प्रभुसत्ता किस में निहित है — संविधान में
- भारतीय संविधान की संरचना किस प्रकार की है — कुछ एकात्मक, कुछ कठोर
- लिखित संविधान की अवधारणा ने कहाँ जन्म लिया — फ्रांस
- अध्यक्षात्मक शासन का उदय सर्वप्रथम कहाँ हुआ — संयुक्त राज्य अमेरिका
- भारतीय संविधान में नागरिकों को कितने मूल अधिकार प्राप्त है — 6
- भारतीय संघीय व्यवस्था की प्रमुख विशेषता क्या है — संविधान की सर्वोच्चता
- भारतीय संघवाद व्यवस्था की प्रमुख विशेषता क्या है — संविधान की सर्वोच्चता
- भारतीय संघवाद को किसने सहकारी संघवाद कहा — जी. ऑस्टिन ने
- भारत में प्रजातंत्र किस तथ्य पर आधरित है — जनता को सरकार चनने व बदलने का अधिकार है