तथागत बुद्ध को अपना आदर्श एवं सम्राट अशोक की शिक्षा नीति को मानने वाले सतेंद्र पाल शाक्य की अनूठी शिक्षा पद्धति – हर्ष शाक्य
तथागत बुद्ध को अपना आदर्श एवं सम्राट अशोक की शिक्षा नीति को मानने वाले “सतेंद्र पाल शाक्य” की अनूठी शिक्षा पद्धति को साधुवाद !!
वर्ष 2010 में उत्तर-प्रदेश के जनपद बदायूं के पिछड़े “मिठामई” गांव से दिल्ली में शिक्षा प्राप्त करने की हृदय में आशा लिए एक बोरी से बने थैले में एक जोड़ी कपड़ों के साथ एक युवा भोर 5 बजे जब बस स्टैंड पर उतरा तो शहर की चकाचौंध से खुश था ।
बड़े-बड़े स्कूलों को निहारता हुआ उनमें शिक्षा प्राप्त करने की सोचता फिर स्कूलों की फीस पूछता तो सभी सपनों को धराशाई होते हुए पाता ।
यहां से शुरू हुआ “सतेंद्र पाल शाक्य” का जीवन संघर्ष !बाहरी दिल्ली में एक खेतिहर किसान की कुछ भूमि में पेट पालने के लिए 2 वर्ष खेती करने के साथ कुछ पुस्तकें खरीदकर अध्यन शुरू किया फिर बुद्धिस्ट चाइनीज़ भाषा का कोर्स करके गणित से स्नातक तक पहुँच गया ।
इस बीच उन्होंने देखा कि तमाम फ्लाईओवर के नीचे झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले गरीब असहाय बच्चे शिक्षा से वंचित हैं तो उन्होंने बच्चों के अभिवावकों से संपर्क किया जिनमें से 5 अविभावक एक झोपड़ी में रह रहे सतेंद्र शाक्य के पास पढ़ने आने लगे !!
वर्ष 2014 में सतेंद्र ने सब कुछ त्याग सिर्फ एक ही उद्दयेश्य में बीणा उठा लिया कि गरीब बच्चों को सिर्फ शिक्षित करना ही उनका लक्ष्य है ।
आज यमुना नदी के तट पर यमुना खादर-मयूर विहार निर्माणाधीन पुल की छत एवं सतेंद्र की झोपड़ी में छोटी कक्षा से 12वी तक के 50 से अधिक छात्र छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं !!
नहीं मिला प्रोत्साहन एवं सहयोग :
बातचीत के दौरान सतेंद्र बताते हैं कि सबसे बड़े न्यूज़ चैनल एवं प्रिंट मीडिया ने कई बार खबर बनाकर टीआरपी लूटी लेकिन सरकार तक न बात पहुँची न ही किसी के दिमाग मे जूं तक नहीं रेंगी !!
बिडम्बना ये है कि आजतक,टाइम्स ऑफ इंडिया,दी हिन्दू,इंडियन एक्सप्रेस एवं ईटीवी जैसे कितने समाचार एजेंसी उनके संपर्क में आये लेकिन कुछ भी सुविधाएं हासिल न हुईं !!
फिलहाल सतेंद्र कहते हैं जबतक सांसे हैं वो अपने कार्य को यथार्थ अंजाम देते रहेंगे !!
यदि आप सतेंद्र शाक्य के कार्य को अच्छा समझतें हैं तो उत्साह वर्धन के लिए पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर तो कर ही सकते हैं !!
“भवतु सब्ब मङ्गलं”
– साभार हर्ष शाक्य जी की फेसबुक वाल से